डा. नागेश पांडेय 'संजय'


नागेश जी ने बाल साहित्य पर ५ बार शोध कार्य किया | इनका बाल कहानी संग्रह्य - नेहा ने माफ़ी मांगी ,अमरुद खट्ठे है, मोती झरे तप- तप , भाग गए चूहे और अन्य इन्होने शिशु गीत संग्रह्य पर भी कार्य किया |
इनमे चल मेरे घोड़े, अपलम - चपलम , हाथी को ज़ुकाम आदि है | इस कार्य को करते हुए इन्हे अनेको पुरुस्कारो से सम्मानित किया गया | जैसे उत्तरप्रदेश संश्थान लखनऊ द्वारा श्रेष्ठ बाल साहित्य साधना हेतु उमाकांत मालवीय , बाल साहित्य सम्मान, इस प्रकार इन्हे लगभग ६० अन्य पुरुस्कार प्राप्त हुए| इस समय 'नागेशजी' मीरगंज बरेली में राजेंद्र प्रसाद स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राध्यापक और शिक्षा विभागाध्यक्ष है |